
पोरसा। काफी संघर्षों के बाद श्री नागाजी सरोवर का अब हो रहा है जीर्णोद्धार आगामी 2 महीने बाद जनता के सामने नागजी सरोवर एक पर्यटक स्थल के रूप में उभर कर सामने आएगा
श्री श्री 1008 श्री नागाजी महाराज के कर कमल से संम्बद 1350 में निर्मित 11 बीघा का यह नागजी सरोवर जो आस्था का प्रतीक है जिसमें हर असाध्याय बीमारियों का इलाज इसके स्नान करने से ठीक हो जाया करती थी, सन 1977 में इस पवित्र सरोवर को ग्रहण लग गया, तब उस वक्त ग्राम पंचायत ने शहर की गंदे पानी की नालियों को सरोवर में डाल दिया था। जिसके लिए समाजसेवियों ने बराबर संघर्ष किया 1982 में ग्राम पंचायत पोरसा से नगर पालिका स्थापित हुई तब से बराबर संघर्ष जारी रहा 1990 में नागजी सरोवर में जाने वाली सभी नालियों को बंद कराया दीया गया ,,उसके बाद इसके जीर्णोद्धार के लिए समाजसेवियों ने संघर्ष किया कई बार लोग भूख हड़ताल पर भी बैठे, उसके बाद नगर पालिका ने डीपीआर बनकर भोपाल भेजी गई
पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अपने प्रयासों से भोपाल में सरोवर की फाइल को स्वीकृत कराया ,शासन ने 2 करोड़ 82 लख रुपए स्वीकृत किए उसके बाद नगर पालिका ने टेंडर कराया टेंडर होने के बाद इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ आज नागजी सरोवर में निर्माण कार्य चालू है आने वाले समय में यह बनाकर पूरी तरह तैयार हो जाएगा इसमें सरोवर में दो घाट 65 * 30 के बनाए जा रहे हैं तथा सरोवर में दो चबूतरा भी बैठक के लिए 20 * 33 बैठक आदि के लिए बनाए जा रहे हैं ,एक टीन सेट साढ गुण 95 का तथा स्टेज भी बनाई गई है, सरोवर की सुंदरता के चारों तरफ जालीदार लाल पत्थर की 1500 फुट से अधिक जाली लगाई जा रही है, जो पूर्णता होने को है, जिसकी ऊंचाई 3 फीट है बची हुई जगह में ब्लॉक की सुंदरता बड़ेगी।
मुख्य नगर बालिका अधिकारी अवधेश सिंह सेंगर का कहना है कि जनता की मांग पर हमने डीपीआर बनाकर भोपाल भेजी थी जिसे शासन ने स्वीकृत किया था 2 करोड़ 82 लख रुपए से नागजी सरोवर का जीर्णोद्धार के लिए राशि स्वीकृत हुई थी,, विधिवत टेंडर किया गया था उसका निर्माण कार्य पिछले कई महीनो से चल रहा है कार्य फाइनल स्टेज पर है शीघ्र ही उसका लोकार्पण किया जाएगा